शनि देव न्याय के देवता माने जाते हैं। वे हर जातक को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। जब शनि किसी जातक की जन्म कुंडली में चंद्रमा से बारहवें, पहले और दूसरे भाव में आते हैं, तो इसे साढ़ेसाती कहा जाता है। इसी प्रकार जब शनि चौथे या आठवें भाव में आते हैं तो ढैय्या का प्रभाव पड़ता है। साल 2025 में शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या कई राशियों पर असर डालेगी। इस पोस्ट में हम जानेंगे कि कौन-कौन सी राशियाँ इसकी चपेट में होंगी, इसका प्रभाव क्या होगा और शांति के लिए कौन से उपाय किए जाएं।
शनि साढ़ेसाती क्या होती है?
जब शनि किसी राशि के चंद्रमा से बारहवें भाव में प्रवेश करते हैं तो साढ़ेसाती की शुरुआत होती है। यह कुल साढ़े सात साल तक चलती है और तीन चरणों में बंटी होती है:
- पहला चरण – चंद्रमा से बारहवां भाव
- दूसरा चरण – चंद्रमा पर सीधा गोचर
- तीसरा चरण – चंद्रमा से दूसरा भाव
हर चरण लगभग ढाई साल का होता है और जातक के जीवन में अलग-अलग परिणाम देता है।
शनि ढैय्या क्या होती है?
जब शनि किसी राशि से चौथे या आठवें भाव में आते हैं तो ढाई साल तक इसका प्रभाव रहता है। इसे शनि की ढैय्या कहते हैं। इस दौरान मानसिक चिंता, आर्थिक दबाव और पारिवारिक तनाव देखने को मिल सकते हैं।
शनि साढ़ेसाती और ढैय्या 2025 में किन राशियों पर?
साल 2025 में शनि कुंभ राशि में रहेंगे और साल के अंत में मीन राशि में प्रवेश करेंगे। नीचे दी गई तालिका देखें:
स्थिति | प्रभावित राशियाँ | अवधि |
---|---|---|
साढ़ेसाती | मकर, कुंभ, मीन | लगातार प्रभाव |
ढैय्या | वृषभ, कन्या | ढाई साल तक |
साढ़ेसाती समाप्त | धनु | 2025 में राहत |
साढ़ेसाती 2025 का राशिवार असर
राशि | असर | सलाह |
---|---|---|
मकर | अंतिम चरण की साढ़ेसाती, पुराने कार्य पूरे होंगे, पर स्वास्थ्य ध्यान दें। | हनुमान चालीसा का पाठ करें। |
कुंभ | मध्य चरण, करियर में चुनौतियाँ लेकिन धीरे-धीरे सफलता। | शनिवार को तेल का दीपक जलाएँ। |
मीन | पहला चरण, नई जिम्मेदारियाँ और खर्चों में वृद्धि। | काले तिल दान करें। |
वृषभ | ढैय्या शुरू, मानसिक दबाव और पारिवारिक तनाव। | शनिवार को पीपल वृक्ष की पूजा करें। |
कन्या | ढैय्या, नौकरी में बाधाएँ और स्वास्थ्य का असर। | काले कुत्ते को रोटी खिलाएँ। |
धनु | साढ़ेसाती खत्म, राहत और तरक्की। | शिवलिंग पर जल अर्पित करें। |
साढ़ेसाती और ढैय्या के दौरान संभावित प्रभाव
- मानसिक तनाव और बेचैनी
- नौकरी और व्यापार में बाधाएँ
- आर्थिक उतार-चढ़ाव
- स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ
- धैर्य और परिश्रम से सफलता
शनि शांति के उपाय 2025
- शनिवार को पीपल वृक्ष के नीचे दीपक जलाएँ।
- काले तिल, काले कपड़े और सरसों के तेल का दान करें।
- हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करें।
- शनिवार को गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन कराएँ।
- शिवलिंग पर जल और काले तिल अर्पित करें।
जीवन के क्षेत्रों पर असर
क्षेत्र | असर |
---|---|
शिक्षा | एकाग्रता में कमी, पर मेहनत से सफलता। |
करियर | कड़ी मेहनत के बाद ही सफलता। |
धन | आय में कमी और खर्चों में वृद्धि। |
स्वास्थ्य | कमजोरी और थकान की संभावना। |
संबंध | परिवार में तनाव, धैर्य रखें। |
(संबंधित पोस्ट)
- नवपंचम राजयोग 2025 – कौन-कौन सी राशियों को लाभ होगा?
- अंक ज्योतिष 2025 – मूलांक अनुसार लाभ और उपाय
- शीघ्र विवाह के अचूक उपाय
FAQ – शनि साढ़ेसाती और ढैय्या 2025
शनि साढ़ेसाती कितने साल की होती है?
शनि साढ़ेसाती कुल 7 साल 6 महीने की होती है, जो तीन चरणों में बंटी रहती है।
2025 में किन राशियों पर साढ़ेसाती रहेगी?
2025 में मकर, कुंभ और मीन राशि पर शनि साढ़ेसाती का प्रभाव रहेगा।
ढैय्या किन राशियों पर पड़ेगी?
वृषभ और कन्या राशि पर शनि की ढैय्या रहेगी।
साढ़ेसाती का असर कैसा होता है?
इस दौरान मानसिक तनाव, आर्थिक दबाव और कड़ी मेहनत की स्थिति बनती है, लेकिन अंत में सफलता भी मिलती है।
साढ़ेसाती से राहत के उपाय क्या हैं?
हनुमान चालीसा का पाठ, शनिवार को दान-पुण्य और शनि देव की पूजा से राहत मिलती है।
लक्ष्मी नारायण की वेबसाइट:
अगर आप लक्ष्मी नारायण से जन्म कुंडली परामर्श चाहते है तो आप निचे दी गई websites पर जाकर उनसे संपर्क कर सकते है।